Followers

Showing posts with label कोरोना वायरस. Show all posts
Showing posts with label कोरोना वायरस. Show all posts

Wednesday, 8 April 2020

कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलना। घर पर रहे सुरछित रहे,

एक बार फिर से प्रयास वेलफेयर फाउंडेशन की तरफ से आप सभी का स्वागत है।

आप सभी से  एक विनम्र निवेदन है यदि मेरी बात सही लगे तो  देशहित के लिए अपना सहयोग अवश्य दे।  मै ये भी जनता हूँ की हमारे बहुत से भाई मेरी बात से संतुस्ट नहीं होंगे पर ये समय वो समय है जब हम सब को मिल कर सरकार द्वारा दिए हुए निर्देशों का पालन करना है और जो सहमत न हो उसको समझाना है  ,न समझने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन को सुचना देना है।

आज कल चले रहे कोरोना संक्रमण की वजह से जो माहौल बना हुआ है उस  बात से बहुत परेशान हूँ। जैसा की आप सभी देख रहे है ,पढ़ रहे की कोरोना संक्रमण जमातियों की वजह से अलग रूप ले चूका है जिसका अंदाजा किसी को नहीं था।  आय दिन खबरों में जमातियों में कोरोना संक्रमण की बढ़ती हुई दर चिंता का विषय बन गई है। आय दिन कोई न कोई जमाती कोरोना संक्रमण से ग्रसित हो रहा है।  





कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण के बीच दुनिया के कई देशों में जमात का आयोजन हो रहा था. मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देश भी शामिल हैं. मलेशिया में जमात से जुड़े 600 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. जबकि भारत में भी संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।  इस विषय में यदि हमारे मुस्लिम भाई सोचे तो बहुत मदद मिल सकती है इस संक्रमण को रोकने में।



 .....................................................

इस तबलीगी जमात का हेडक्वार्टर बंगले वाली मस्जिद जिसे निज़ामुददीन मरकज़ कहा जाता है. वो ग्लोबल सेंटर है. दुनिया के 150 देशों में इस संगठन की मौजूदगी है और 15 से 25 करोड़ इसके मानने वाले हैं.
अगर जमातियों में संक्रमण की वृद्धि ऐसे ही होती रही तो पूरी दुनिया जो  इस महामारी से बचने के रस्ते ढूढ़  रही है वो सब असफल होते नजर आएंगे। क्यों की जमाती बहुत बड़ी संख्या में है और न जाने क्यों ये समय और हालतो से अनजान बने हुए है। या कुछ इस तरह से कह लो की वो लोग इस संक्रमण को कोई महामारी नहीं समझते।  




एक बार फिर से अपने सभी भाइयो एवं बहनो से निवेदन करूँगा की समय और हालातो को मद्देनजऱ रखते हुए सरकार द्वारा दिए हुए निर्देशों का पालन करे एवं आस पास के लोगो से निर्देशों को मानने के लिए प्रोत्साहित करे।
इस परिस्थियों में भी यदि जाती धर्म या विशेष को लेकर लड़ते रहेंगे तो न हम रहेंगे न ही ये देश सुरक्छित  होगा।
कुछ  धर्म - प्रचारक भाइयो से भी निवेदन है की वो इस समय में किसी भी प्रकार की राजनीत का शिकार न हो और न ही किसी तरह से इस संक्रमण को फ़ैलाने का जरिया बने।  ना ही किसी को बनने दे।  
अपने पढ़े  लिखे और सभ्य मुसलमान भाइयो से भी निवेदन करना चाहूंगा की यदि उनको अपने आस-पास कोई जमाती या  कोई भी परिवार ऐसा  दिखे जो संक्रमित हो या इस तरह के लछण दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हॉस्पिटल में सुचना दे।
ताकि इस  बीमारी को  फैलने से रोका जा सके।  साथ ही हम सब को कुछ निम्न बातो का भी ध्यान रखना होगा।


  • जो भी संक्रमित व्यकित  हॉस्पिटल में एडमिट है वो डॉक्टर्स का साथ दे उनके बताय हुए निर्देशों में चले। 
  • किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाय न फैलाने दे। 
  • जिस व्यिक्त को इस संक्रमण के लछ्ण दिखाई दे वो तुरंत हॉस्पिटल में जाकर अपनी जाँच करा ले ताकि वो स्वम बच सके साथ ही परिवार और आस पास के लोगो को इस संक्रमण से बचा सके। 
  • सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रक्खे। 
  • हमेसा मास्क ,ग्लब्स का उपयोग करे। 
  • जब तक कोई अतयंत आवश्यक कार्य न हो तब तक घर से बाहर न निकले। 
  • किसी भी तरह के समूह का हिस्सा न बने न ही किसी को बनने दे। 
  • मंदिर हो या मस्जिद या हो चर्च किसी भी तरह के धार्मिक स्थानो में जाने से बचे। 
  • सरकार द्वारा जो भी आदेश आय उसका पालन करे। 



मेरा उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी विशेष जाती , धर्म या समुदाय को आहत पहुँचाना नहीं है।  बल्कि सिर्फ उन लोगो को सूचित करना है जो संक्रमण को फ़ैलाने में मददगार साबित हो रहे है।  जाने अनजाने  संक्रमण को फैलाते जा रहे है।  


यदि मेरी बात किसी को भी आहत पहुंचा रही हो तो मै उनसे छमा चाहता हूँ।  



Saturday, 21 March 2020

कोरोना वायरस





विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत, ब्रिटेन और अमरीका समेत कोरोना वायरस कोविड 19 अब दुनिया के 166 देशों में फैल गया है और इसके कारण लगभग 8,657 मौतें हो चुकी हैं.



कोरोना से पूरी दुनिया में दहशत है। संक्रमण है। मौतें हैं। और अंतत: जिंदगी बचाने की जद्दोजहद है।
लेकिन यकीन मानिए हर त्रासदी का एक सकारात्‍मक पक्ष भी होता है। बावजूद इसके कि पूरी दुनिया में कोरोना से लोगों की मौतें हो रही हैं।वहीं कोरोना की वजह से समाज का एक सकारात्‍मक पहलू भी उजागर हो रहा है। एक पॉजिटिव एट्टीयूड। जो हम भूल गए थे, वो कोरोना ने याद दिलाया है। जो अब हमें याद आ रहा है वो ‘कोरोना’ का एकमात्र सकारात्‍मक परिणाम है। चीन के बाद दुनिया में कोरोना ने जिस देश को सबसे ज्‍यादा प्रभावित किया है, वो इटली है। करीब 60.48 मिलियन जनसंख्‍या (2018) वाले देश इटली में अब तक सैंकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी हैं।




लेकिन इतनी मौतों के बाद इटली के कई शहरों में 'इंसानियत' से भरे बेहद खूबसूरत दृश्‍य देखने को मिल रहे हैं। यहां की आबोहवा में सकारात्‍मकता घुलने लगी है। दरअसल, जहां पूरी दुनिया इस संक्रमण से युद्ध कर रही है, वहीं इटली के लोग अपनों को खोने के बाद नहीं चाहते हैं कि उनका कोई पड़ोसी मरे, या कोई दोस्‍त विदा हो जाए, कोई रिश्‍तेदार या कोई अजनबी कोरोना की वजह से ये दुनिया छोड़कर जाए।


आइये हम सब प्रयास करे इस कोरोना वायरस को अपने देश से दूर करने की जिसके लिए हम सब को मिल कर समाजहित व जनहित के लिए कुछ कदम उठाने होंगे।

हर व्यक्ति को स्वम अपनी जिम्मेदारी समझते हुए खुद के बचाव के लिए कुछ कदम उठाने होंगे।




कोरोना वायरस कोविड 19 क्या है और यह कैसे फैलता है? इससे बचने के लिए आप नियमित रूप से और अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं.

कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए कुछ जरूरी सावधानिया




जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं.

संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.



अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं.


- सभी यात्राएं टालने की कोशिश करें, भले ही वह अंतराष्ट्रीय हों या घरेलू, बस से हों, ट्रेन से हों या हवाई यात्रा हो। लंबी दूरी की यात्राएं करने से बचें, क्योंकि ये वायरस उनके जरिए ही अधिक तेजी से फैल रहा है।

- उन सभी जगहों पर जाने से बचें जहां कम जगह पर अधिक लोग हों। इसका मतलब है कि स्कूल, जिम, मॉल, बाजार, पब, थिएटर, मंदिर, अन्य पूजा स्थल, स्वीमिंग पूल आदि।

- वर्क फ्रॉम होम। भले ही आप ऑफिस में या फैक्ट्री में काम करते हैं, आपको इंफेक्शन का खतरा है और आपके सहकर्मी भी संक्रमित हो सकते हैं या आपको संक्रमित कर सकते हैं।

- अगर आपको काम पर जाना बहुत ही जरूरी है तो अपने सहकर्मियों से कम से कम 6 फुट का फासला रखें। कैंटीन जाने से बचें। बाहरी लोगों से मीटिंग करने से बचें। 10 से अधिक लोगों के समूह में ना मिलें।

- हर कॉन्फ्रेंस, स्पोर्ट्स इवेंट, मेले, रैलियां, क्रिकेट मैच आदि से जितना हो सके उतना दूरी बनाए रखें।